इंटरनेट बंद होने के बाद मोबाइल से डाटा सिग्नल तुरंत गायब हो जाते हैं| लेकिन इसे लागू करने में निजी मोबाइल ऑपरेटरों को दो से ढाई घंटे लगते हैं| कई बार जरूरत पड़ने पर गृह विभाग और जिला प्रशासन से मौखिक आदेश जारी कर दिए जाते हैं| मौखिक आदेश के बाद 2 या 3 घंटे में लिखित आदेश जरूरी होते हैं यही कारण है कि निजी ऑपरेटरों के डाटा सिग्नल बंद होने में समय लगता है| कारण हैं निजी ऑपरेटरों के पास हर जिले में टीडीएस या जीएम जैसे अधिकारी नहीं है जिलेवार सिस्टम ठीक ना होने के कारण निजी ऑपरेटरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है|
जिलेवार सिस्टम ठीक ना होने के कारण निजी ऑपरेटरों को डाटा सिग्नल बंद करने में उठानी पड़ती है परेशानी